आपको पीड़ा तब होती है, जब आप कोई ऐसा कार्य करते हैं, जिसे करने से किसी न किसी नियम का विरोध हो रहा होता है। अपने दुःख के कारणों की सही पहचान करके उसका त्याग करना होगा और आप दर्दमुक्त हो जायेंगे।
सर्वप्रथम अपनी सोच में ही उस दर्द को खोज़ने की जरूरत है। आप जितना अपने विशय में विचार करके सफल व्यक्तियों से तुलना करना सीखेंगे आप और षक्तिषाली बनते चले जायेंगे। आत्म अवलोकन से ईमानदारी की षक्ति विकसित हो जाती है।
सर्वप्रथम अपनी सोच में ही उस दर्द को खोज़ने की जरूरत है। आप जितना अपने विशय में विचार करके सफल व्यक्तियों से तुलना करना सीखेंगे आप और षक्तिषाली बनते चले जायेंगे। आत्म अवलोकन से ईमानदारी की षक्ति विकसित हो जाती है।
जब एक वर्ष की योजना बनाएँ, मक्की बोएँ। जब एक दशक की योजना बनाएँए पेड़ लगाइये। जब जिन्दगी की योजना बनाएँए लोगों को शिक्षित और प्रशिक्षित कीजिए - चीनी कहावत
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